Pregnancy हर दंपत्ति के जीवन के सबसे मधुर समय की शुरुआत होती है पर प्रेगनेंसी के साथ ही अनेक दुविधा मन में बढ़ने लगती है।
इनमें मुख्यतः diet in pregnancy से संबंधित जिज्ञासा अधिकांश दंपत्ति के मन में रहती है और इसी के समाधान हेतु संबंधित जानकारी हम आपके लिए लेकर आए हैं ।
1- आहार में मुख्यतः प्रोटीन, आयरन और कैल्शियम से भरपूर चीजों का सेवन बढ़ाना चाहिए । इसके लिए संतुलित आहार के तौर पर दाल, चावल, रोटी सब्जी , सलाद एवं दही का प्रयोग अपने भोजन में करना चाहिए।
2 – प्रेगनेंसी में विशेष तौर पर पौष्टिक आहार का प्रयोग बढ़ाना होता है , मुख्यतः
- मल्टीग्रेन – सभी तरह की दालें , विशेषतः छिलके वाली मूंग की दाल , अंकुरित अनाज, चने ,छोले ,राजमा, मूंगफली, अलसी ।
- दूध या अन्य किसी भी रूप में डेरी प्रोडक्ट जैसी दही या पनीर या छाछ।
- सभी प्रकार की हरी सब्जियां, सलाद व मौसमी फल
- सूखे मेवे – अंजीर, बादाम, खजूर
- तरल चीजें – 8 गिलास पानी, नारियल पानी , नींबू पानी, सूप ।
3- परहेज-
सामान्यतः महिला अपनी इच्छा अनुसार सभी भोज्य पदार्थ थोड़ी मात्रा में ले सकती हैं पर “अति सर्वत्र वर्जयेत” के सिद्धांत का पालन गर्भावस्था में अवश्य करना चाहिए विशेष तौर पर निम्न चीज़ के लिए-
जंक भोजन, अधिक तला -भुना , गरिष्ठ या मिर्च वाला भोजन , बाजार का या बासी खाना, अधिक चाय, कॉफी –
इन चीजों पर यह अधिक लागू होता है।
ख़ुद से कोई दवाई भी गर्भावस्था में नहीं लेना चाहिए ।
- पपीता -कच्चा और अधपका पपीता “लेटेक्स “नामक तत्व लिए होता है जो कि बच्चेदानी में बार-बार सिकुड़न कराने की प्रकृति रखता है ।
हालांकि पके पपीते में यह तत्व नहीं पाया जाता है फिर भी अनेक और भिन्न मान्यताओं के प्रचलन में होने से पपीते को गर्भावस्था में न लेते हुए अन्य सभी मौसमी फलों का सेवन करना चाहिए।
गर्भावस्था में महिला के शरीर की बढ़ती हुई कैलोरी की मांग व शिशु का विकास, पूर्ण रूप से आहार से प्राप्त पोषक तत्व पर निर्भर है । चूंकि हर महिला की शारीरिक स्थिति भिन्न होती है अतः गाइनेकोलॉजिस्ट से व्यक्तिगत परामर्श व संशोधन के अनुसार गर्भावस्था में आहार विशेष लेना चाहिए।
इस प्रकार सेहतमंद भोजन , मां और शिशु दोनों की ताकत , ऊर्जा और स्वास्थ्य का मुख्य आधार है जिसके माध्यम से महिला अपनी गर्भावस्था यात्रा को एक सुखद और खुशनुमा अनुभव बना सकती है।
Dr Hansali Neema Bhartiya
MD, DNB, FMAS, FICOG
9826088558