Semen Test: Tips for sample collection

प्रेगनेंसी के लिए महिला और पुरुष दोनों के अंडे और शुक्राणु का बराबर योगदान आवश्यक है। इसी तथ्य के कारण semen analysis / सीमेन एनालिसिस या वीर्य की जांच को इनफर्टिलिटी टेस्ट में एक महत्वपूर्ण और प्राथमिक जांच माना गया है ।

क्या स्पर्म की जाँच के परिणाम को हम बेहतर कर सकते है? sperm test ka accha result lane mein hum kya kar sakte hain?

सीमन में उपस्थित शुक्राणु एक बेहद संवेदनशील कोशिका होती है ।इसी कारण अनेक अंदरूनी व बाहरी प्रभावों से शुक्राणु बहुत जल्दी प्रभावित हो जाते हैं। सीमेन एनालिसिस के परिणाम भी काफी हद तक वीर्य सैंपल लेने के तरीके पर निर्भर करते हैं।

हम एक जागरूक प्रयास द्वारा सैंपल कलेक्ट करने की टिप्स आपके साथ साझा कर रहे हैं

टेस्ट से पहले स्खलन में कितना अंतर होना चाहिए? How many days of gap in sexual contact is ideal?

* यौन संबंध में कम से कम तीन और ज्यादा से ज्यादा 7 दिन का परहेज आवश्यक है ।

Semen sample test ke liye kaise dena chahiye? वीर्य को जांच के लिए कैसे देना चाहिए?

* सैंपल को लेब में ही, लैब द्वारा दिए गए स्वच्छ डिब्बी या कंटेनर में ही देना चाहिए।

*  वीर्य को डायरेक्ट कंटेनर या डिब्बी में ही रिलीज करना उचित है।
इसके लिए कंडोम या लुब्रिकेंट्स का उपयोग नहीं करना चाहिए ।

सही रिपोर्ट के लिए सही पद्धति से वीर्य सैंपल लैब में देना क्यों आवश्यक है?

* वीर्य का पूरा सैंपल एकत्रित करना श्रेष्ठ है क्योंकि शुरुआती वीर्य की बूंदों में सबसे ज्यादा इस शुक्राणु की मात्रा रहती है अतः बोतल खुली रखते हुए वीर्य का सैंपल रिलीज करना चाहिए।

* सैंपल कलेक्ट करने का समय भी नोट करना महत्वपूर्ण है ।

* किसी कारणवश यदि घर से सैंपल देना चाहते हैं तो सावधानीपूर्वक शरीर के तापमान पर सेमपल रखते हुए 1 घंटे के भीतर लैब पहुंचाना चाहिए।

उम्मीद है यह जानकारी कलेक्शन के दौरान होने वाली गलतियों को मिटाने में और इस कारण गलत रिपोर्ट और अनावश्यक इलाज की रोकथाम में उपयोगी साबित होगी ।
हम इस पोस्ट के साथ ही आपकी संतान प्राप्ति की दिशा में आपके सही मार्गदर्शन और सफलता की कामना करते है।

Dr. Hansali Neema Bhartiya MBBS, MD , DNB , FICOG, FMAS
29/7/ 2020

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